गाँव में मोगली
हिंदीअनुवाद
अजयआनंद
मोगली को कुछ अजीब सा लग रहा था।इससेपहलेवहकभीभीकिसीछतकेनीचेनहींसोयाथा।वहफूसकीदीवारकोनिहाररहाथाऔरसोचरहाथाकिकितनीआसानीसेवोउसेतोड़करउसमेंसेबाहरभागसकताहै।उसनेफिरयेभीदेखाकिखिड़कियोंकेपल्लोंमेंसिटकनीभीनहींथी।मोगली फिर सोचने लगा,मेरीहालतयहाँपरऐसेहीहैजैसेकिसीआदमीकीजंगलमेंहोगी।मैं तो इनकी भाषा समझ भी नहीं पा रहा हूँ।मुझेयदिसहीमेंइंसानबननाहैतोजल्दीसेइनकीभाषासीखनीहोगी।
वहजबजंगलमेंथातोबड़ीआसानीसेहिरणोंकेआवाजकीनकलउतारलेताथा।वह जंगली सुअरों की आवाज भी निकाल लेता था।आज यही हुनर उसके काम रहा था।जैसेहीमेसुआकोईशब्दबोलती,मोगलीबड़ीबखूबीसेउसेदोहरालेताथा।रातहोनेसेपहलेतकमोगलीनेउसझोपड़ीमेंरखीकईचीजोंकेनामजानलिए।
जबरातहुईतोमोगलीकोवहझोपड़ीकिसीऐसेपिंजरेकीतरहलगनेलगीजिसेशेरयाबाघकोफँसानेकेलिएलगायागयाहो।मोगलीकोघुटनमहसूसहोरहीथीऔरवहसोनहींपारहाथा।जबझोपड़ीकेदरवाजेबंदहुएतोमोगलीखिड़कीकेरास्तेबाहरनिकलगया।इस पर मेसुआ के पति ने कहा,बेचारा आज तक कभी बिस्तर पर नहीं सोया होगा।इसकी जो मर्जी आये करने दो।यदियहअसलमेंहमाराबेटाहैतोयहाँसेभागेगानहीं।
इसकेबादमोगलीएकखेतकेकिनारजाकरनर्ममुलायमघासपरलेटगया।अभीउसनेठीकसेअंगड़ाईभीनहींलीथीकिउसेअपनेगालोंपरकिसीचिरपरिचितथूथनकीगरमाहटमहसूसहुई।
वह और कोई नहीं बल्की रक्षा का बड़ा बेटा था।मोगली ने चौंक कर कहा,अरे तुम हो, बड़े भाई।
मोगली के बड़े भाई ने कहा,हाँमैंभीबीसमीलसेतुम्हारापीछाकरते——करतेआयाहूँ।लेकिन बदले में क्या इनाम मिला।तुमतोलकड़ीकेधुँएऔरमवेशियोंकीतरहमहकरहेहो।लगता है कि तुम सही में इंसान बन गये।मैं तुम्हारे लिये एक खबर लाया हूँ।
मोगली उसके गले लग गया और पूछा,जंगल में सब ठीक तो है?