जंगलवापसी
हिंदीअनुवाद
अजयआनंद
भैंसेंतोपहलेसेहीगाँवकेअंदरजानेकेलियेबेचैनथीं।उन्हेंतोअकेलाकेहाँकलगानेकाभीइंतजारनहींथा।फिर क्या था।अकेलाकीपुकारसुनतेहीवेतूफानकीतरहगाँवकीतरफदौड़पड़ीं।भीड़ तो डर के मारे तितत बितर हो गई।
मोगली व्यंग्य के अंदाज में बोला,ठीक से गिन लो।हो सकता है कि मैंने इनमे से कुछ चुरा लिये हों।ठीकसेगिनलो,क्योंकिआजकेबादसेमैंइन्हेंचरानेनहींजाऊँगा।मेसुआ, तुम्हारा शुक्रिया।गाँवकेबच्चोंऔरबुजुर्गों,मेराअहसानमानोकिइसमेसुआकेकारणमैंअपनेभेड़ियोंकेसाथतुम्हारीगलियोंमेंशिकारकरनेनहींआऊँगा।
इसकेबादमोगलीपीछेमुड़ाऔरअकेलाकेसाथउसगाँवसेदूरजानेलगा।उसनेऊपरआसमानमेंनिकलआयेतारोंकीओरदेखाऔरबड़ाखुशहुआ,अकेला,जानतेहोअबमुझेफिरसेउसपिंजरेनुमाझोपड़ीमेंनहींसोनापड़ेगा।चलकर शेर खान की खाल उठाते हैं और वापस चलते हैं।मेसुआनेथोड़ेहीदिनकेलिएसही,मुझेबहुतप्यारदियाहै।इसलियेहमकभीभीइसगाँवकोनुकसाननहींपहुँचाएंगे।
जबउसमैदानकेऊपरचाँदनिकलआयातोपूरागाँवदूधियारोशनीमेंनहाचुकाथा।उसरोशनीमेंडरेसहमेहुएगाँववालोंनेदेखाकिमोगलीअपनेसिरपरएकबड़ासाबोझलादेचलाजारहाथाऔरउसकेपीछेदोभेड़ियेचलरहेथे।वेतीनोंबड़ीतेजीसेचलेजारहेथेजैसेपलकझपकतेहीपूरीदूरीतयकरलेंगे।उसकेबादगाँववालोंनेमंदिरकीघंटियाँबजाईंऔरशंखभीफूँकाताकिउनपरकिसीबुरीआत्माकाप्रभावनपड़े।मेसुआअपनेघरमेंपड़ीमोगलीकेजानेकाशोकमनारहीथी।उधरबलदेवअपनीबहादुरीकेमनगढ़ंतकिस्सेसुनारहाथा।उसनेयेभीबताताकिअकेलाअपनीपिछलीटांगोंपरखड़ाहोगयाथाऔरइंसानोंकीभाषाबोलरहाथा।मोगलीजबअपनेसाथियोंकेसाथभेड़ियोंकीसभावालीशिलापरपहुँचनेहीवालाथाकिचाँदडूबनेवालाथा।बीच में वे अपनी माँ की गुफा के पास रुके।