धूल
रामविलासशर्मा
NCERT解决方案
第2部分
निम्नलिखितप्रश्नोंकेउत्तरएकदोपंक्तियोंमेंदीजिए
问题1:लेखक”बालकृष्ण”केमुँहपरछाईगोधूलिकोश्रेष्ठक्योंमानताहै吗?
उत्तर:लेखककेअनुसारजिसकाबचपनगाँवमेंबीताहोउसेधूलकेमहत्वकामतलबमालूमहोताहै।धूल या मिट्टी से ही हर चीज बनती है;जैसेकिहमाराशरीरक्योंकिइसकेसारेअवयव्मिट्टीसेहीआतेहैं।इसलिएकोईअपनेचेहरेपरमेकअपकेकितनेभीसाधनक्योंनलगालें,किसीशिशुकेमुखपरलगीधूलकेआगेसभीबेकारहैं।इसलिएलेखकबालकृष्णकेमुँहपरछाईगोधूलिकोश्रेष्ठमानताहै।
问题2:लेखकनेधूलऔरमिट्टीमेंक्याअंतरबतायाहै吗?
उत्तर:लेखककामाननाहैकिमिट्टीऔरधूलमेंवहीअंतरहैजोशब्दऔररसमें,देहऔरप्राणमें,चाँदऔरचाँदनीमें।बिना रस के हम शब्द की कल्पना नहीं कर सकते हैं।बिना प्राण के यह देह बेकार हो जाता है।बिना चाँदनी के चाँद की सुंदरता चली जाती है।उसीतरहबिनाधूलकेमिट्टीकाकोईअस्तित्वहीनहींहै।
问题3:ग्रामीणपरिवेशमेंप्रकृतिधूलकेकौन——कौनसेसुंदरचित्रप्रस्तुतकरतीहै吗?
उत्तर:ग्रामीणपरिवेशमेंप्रकृतिधूलकेतरहतरहकेचित्रप्रस्तुतकरतीहै।जबपेड़ोंकेझुरमुटसेछनकरसूर्यकीकिरणआतीहैतोउसमेंमिलीहुईधूलसोनाबनजातीहै।सूर्यास्तकेबादगाड़ियोंकेनिकलनेसेपीछेबनेधूलकेगुबारकासौंदर्यदेखतेहीबनताहै।चांदनीरातमेंजबगाड़ियोंकाकाफिलाचलताहैतोउसकेपीछेधूलकेबादलगजबकीछटादेतेहैं।इसप्रकारकासौंदर्यशहरकेमाहौलमेंदेखनेकोनहींमिलताहै।
问题4:“हीरावहीघनचोटनटूटे”——कासंदर्भपाठकेआधारपरस्पष्टकीजिए।
उत्तर:हीराइतनाकठोरहोताहैकिबहुतजोरकीचोटलगनेसेभीनहींटूटताहै।इसीतरहगाँवकेलोग,खासकरकिसानबहुतमजबूतहोतेहैं।इसलिए लेखक ने उनके लिए हीरे की उपमा दी है।
问题5:धूल,धूलि,धूली,धूरिऔरगोधूलिकीव्यंजनाओंकोस्पष्टकीजिए।
उत्तर:धूल,धूलि,धूली,धूरि,गोधूलि,आदिकेअलगअलगमतलबहैं।धूल जीवन का यथार्थ है।धूलि जीवन की कविता है।धूलीजीवनकाछायावादीदर्शनहै,जिसकीवास्तविकतासंदिग्धहै।धूरि लोक-संस्कृति का नवीन जागरण है।गोधूलि गाँव की संपत्ति है जो शहर में दुर्लभ है।इन सबका रंग एक ही है;भले ही उनके रूप अलग-अलग हों।मिट्टीअलग——अलगरंगोंकीहोतीहैलेकिनधूलकानामआतेहीउजलेरंगकाध्यानआताहै।
问题6:' धूल ' पाठ का मूल भाव स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:इसपाठमेंधूलकेमहत्वऔरउसकीसार्थकताकोसमझायागयाहै।साथमेंयहभीबतायागयाहैकिकिसतरहसेआधुनिकसभ्यताकेपक्षधरधूलकेअस्तित्वकोनकारनेकीअसफलकोशिशकरतेहैं।धूल के बिना हमारा जीवन संभव नहीं है।धूलकिसीहीरेकीतरहहीअजरअमरहै,जबकिकईलोगकाँचकीझूठीचमककेचक्करमेंहीरेकेअस्तित्वकोनकारदेतेहैं।
问题7:कविताकोविडंबनामानतेहुएलेखकनेक्याकहाहै吗?
उत्तर:किसीप्रकाशकनेनिमंत्रणमेंलोगोंसेगोधूलिवेलामेंआनेकाआग्रहकियाथा।शायदवहइसबातसेअनभिज्ञथाकिधूलधक्कड़सेभरेशहरमेंगोधूलिकाकोईअस्तित्वनहींहोता।गोधूलितोगाँवकीनैसर्गिकसुंदरताकाएकअहमहिस्साहोतीहै।इसलिएनिमंत्रणमेंलिखीपंक्तिकोलेखकनेकविताकीविडंबनाकहाहै।
निम्नलिखित के आशय स्पष्ट कीजिए:
问题1:फूलकेऊपरजोरेणुउसकाश्रृंगारबनतीहै,वहीधूलशिशुकेमुँहपरउसकीसहजपार्थिवताकोनिखारदेतीहै।
उत्तर:इसपंक्तिमेंलेखकनेधूलकीमहत्ताकावर्णनकियाहै।जबधूलकणफूलकीपंखुड़ियोंकेऊपरपड़तेहैंतोअपनीचमकसेफूलकेसौंदर्यमेंचारचाँदलगादेतेहैं।वहीधूलजबकिसीशिशुकेमुँहसेलगजातीहैतोशिशुकीसुंदरताबढ़जातीहै।
问题2:“धन्य——धन्यवेहैंनरमैलेजोकरतगातकनियालगायधूरिऐसेलरिकानकी”——लेखकइनपंक्तियोंद्वाराक्याकहनाचाहताहै吗?
उत्तर:इनपंक्तियोंद्वारालेखकउसव्यक्तिकीमानसिकताकोबतारहाहैजिसनेयहपंक्तियाँलिखीहै।धन्य——धन्यकहकरएकओरतोवहअपनाबड़प्पनदिखारहाहैलेकिनमैलेकहकरवहअपनीमानसिकसंकीर्णतादिखारहाहै।लरिकानशब्दकाउपयोगकरकेकविनेअभिजातऔरग्रामीणलोगोंकेबीचभेदभावकोजाहिरकियाहै।यहवहआदमीहैजिसेहीरोंसेतोप्यारहैलेकिनधूलभरेहीरोंसेनहीं।ऐसेलोगोंकोकाँचकेगुलदस्तेमेंलगेकागजकेफूलशायदअधिकमोहितकरपातेहोंगे।
问题3:मिट्टीऔरधूलमेंअंतरहै,लेकिनउतनाही,जितनाशब्दऔररसमें,देहऔरप्राणमें,चाँदऔरचाँदनीमें।
उत्तर:लेखककामाननाहैकिमिट्टीऔरधूलमेंवहीअंतरहैजोशब्दऔररसमें,देहऔरप्राणमें,चाँदऔरचाँदनीमें।बिना रस के हम शब्द की कल्पना नहीं कर सकते हैं।बिना प्राण के यह देह बेकार हो जाता है।बिना चाँदनी के चाँद की सुंदरता चली जाती है।उसीतरहबिनाधूलकेमिट्टीकाकोईअस्तित्वहीनहींहै।
问题4:हमारीदेशभक्तिधूलकोमाथेसेनलगाएतोकमसेकमउसपरपैरतोरखे।
उत्तर:मातृभूमि की मिट्टी अनमोल होती है।जरूरीनहींकिआपइसकेप्रतिसम्मानदिखानेकेलिएइसेमाथेसेलगाएँ।लेकिनयहजरूरीहैकिआपउसमिट्टीपरअपनेपैरजमाएँरखेंऔरहवामेंनउड़ें।
问题5:वेउलटकरचोटभीकरेंगेऔरतबकाँचऔरहीरेकाभेदजाननाबाकीनरहेगा।
उत्तर:हीरासबसेकठोरपदार्थमानाजाताहैइसलिएइसकीचिरायुजगजाहिरहै।काँचचाहेकितनाभीचमकीलाक्योंनहो,वहक्षणभंगुरहोताहै।काँचकोकाटनेकेलिएहीरेकाइस्तेमालहोताहैलेकिनहीरेकोहीराहीकाटसकताहै।जबकठिनपरीक्षाकीघड़ीआतीहैतबअसलीहीरेकीपहचानहोतीहै।