कर चले हम फिदा
कैफीआजमी
कर चले हम फिदा जानो-तन साथियों
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों
साँस थमती गई, नब्ज जमती गई
फिर भी बढ़ते कदम को न रुकने दिया
कट गए सर हमारे तो कुछ गम नहीं
सर हिमालय का हमने न झुकने दिया
मरते मरते रहा बाँकपन साथियो
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो
यहकविताभारतचीनयुद्धकीपृष्ठभूमिपरबनीफिल्म”हकीकत”केलिएलिखीगईथी।इसमेंएकसिपाहीकीउससमयकीभावनाकोचित्रितकियागयाहैजबउसकीशहादतकासमयनजदीकआगयाहै।सिपाहीकीसाँसथमनेलगीहैऔरनब्जभीरुकनेलगीहै।फिरभीदुश्मनकीतरफउसकेबढ़तेकदमरुकनहींरहेहैं।उसकासाहसइसकदरहैकिमौतकेसामनेभीउसकासंकल्पअदम्यहै।सैनिकदेशकेलिएअपनीजानऔरअपनाशरीरसबनिछावरकररहाहैऔरआगेआनेवालीपीढ़ीकेलिएदेशसौंपरहाहै।उसेपूरीउम्मीदहैकिअगलीपीढ़ीभीदेशकीउतनाहीहिफाजतकरेगी|
जिंदा रहने के मौसम बहुत हैं मगर
जान देने की रुत रोज आती नहीं
हुस्न और इश्क दोनों को रुस्वा करे
वो जवानी जो खूँ में नहाती नहीं
आज धरती बनी है दुल्हन साथियो
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो
जिन्दारहनेकेबहुतसेअवसरआतेहैंइसलिएजिंदगीजीलेनाबहुतमहत्वपूर्णनहींहै।वतनपेजानदेनेकेमौकेबहुतहीकमबारमिलतेहैं।वोयुवाजोदेशकेलिएखूनकीहोलीनखेलेउसकीजवानीकोसराहनेकेलिएकोईभीसुंदरीतैयारनहींहोतीहै।हिम्मती पुरुषों की दुनिया हमेशा से कायल रही है।जवानोंकेखूनसेऐसालगताहैजैसेधरतीकोलालचुनरीपहनादीगईहो।
राह कुर्बानियों की न वीरान हो
तुम सजाते ही रहना नए काफिले
फतह का जश्न इस जश्न के बाद है
जिंदगी मौत से मिल रही है गले
बाँध लो अपने सर से कफन साथियो
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो
शहीदहोनेवालेसैनिककोपूरीउम्मीदहैकिउसनेजोकुर्बानीकीराहबनाईहैउसपरअनंतसमयतकवीरोंकाकाफिलाऐसेहीचलतारहेगा।जिंदगीमौतसेइसतरहगलेमिलरहीहैजैसेवहदुश्मनपरविजयकाउत्सवमनारहीहो।
खींच दो अपने खूँ से जमीं पर लकीर
इस तरफ आने पाए न रावन कोई
तोड़ दो हाथ अगर हाथ उठने लगे
छू न पाए सीता का दामन कोई
राम भी तुम, तुम्हीं लक्ष्मण साथियो
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो।
सैनिककहताहैसीमापरअपनेखूनसेलक्ष्मणरेखाखींचदेनीचाहिएताकिउसेलाँघकरकोईभीरावणअंदरनहींआसके।यदिकोईहाथहमपरउठनेलगेतोउसहाथकोफौरनतोड़देनाचाहिए।यहाँपरमातृभूमिकीतुलनासीतासेकीगईहैजिसकादामनछूनेकाकोईसाहसनकरसके।सैनिकयहभीप्रेरणादेताहैकिहमींमेंरामभीहैंऔरलक्ष्मणभी।अर्थातहमहरतरहसेअपनीमातृभूमिकीरक्षाकरनेमेंसक्षमहैं।
एकपूरेसंदेशकेतौरपरदेखाजाएतोयहवीररसऔरकरुणरसकामिलाजुलारूपलगताहै;खासकरजिसतरीकेसेइसगानेकोफिल्ममेंप्रस्तुतकियागयाहै।जिसपरिवेशमेंयहफिल्मबनीथीउससमयभारतहालहीमेंआजादहुआथा।उस समय देश में बहुत सारी समस्याएँ थीं।चीनसेयुद्धकाभारतकीअर्थव्यवस्थापरप्रतिकूलअसरपड़ाथा।उससमयएकऐसेसंदेशकीजरूरतथीजोदेशवासियोंकोउसकेवीरोंकीकुर्बानिओंसेपरिचितकरायेऔरस्वावलंबीबननेकीप्रेरणादेसके।तत्कालीनप्रधानमंत्रीने”जयजवानजयकिसान”कानारादेकरजनतामेंनईप्रेरणादीथी।यहगीतउससमयकीसामरिकतथासामाजिकमन:स्थितिकाबड़ाहीसटीकचित्रणकरताहै।