जाति, धर्म और लैंगिक मसले
NCERT不可雅思
प्रश्न1。जीवनकेउनविभिन्नपहलुओंकाजिक्रकरेंजिनमेंभारतमेंस्त्रियोंकेसाथभेदभावहोताहैयावेकमजोरस्थितिमेंहोतीहैं।
उत्तर:अभीभीमहिलाओंकोकईतरहकेभेदभावोंकासामनाकरनापड़ताहै।इसके कुछ उदाहरण नीचे दिये गये हैं:
- पुरुषोंकीसाक्षरतादर76%है,जबकिमहिलाओंकीसाक्षरतादरकेवल54%है।
- ऊँचे पदों पर बहुत कम महिलाएँ देखने को मिलती हैं।कईजगहपरपुरुषोंकीतुलनामेंमहिलाओंकावेतनकमहोताहै।पुरुषोंकीतुलनामेंमहिलाओंकोप्रतिदिनअधिकघंटेकामकरनापड़ताहै।
- आजभीज्यादातरपरिवारोंमेंलड़कियोंकीतुलनामेंलड़कोंकोअधिकप्रश्रयदियाजाताहै।कन्या भ्रूण हत्या के कई मामले सामने आते हैं।इसलिएभारतकालिंगअनुपातमहिलाओंकेपक्षमेंबिलकुलनहींहै।
- महिलाओंपरहोनेवालेअत्याचारकेमामलेबढ़तेहीजारहेहैं।ऐसीघटनाएँघरमेंभीहोतीहैंऔरघरकेबाहरभीहोतीहैं।
प्रश्न2。विभिन्नतरहकीसांप्रदायिकराजनीतिकाब्यौरादेंऔरसबकेसाथएकएकउदाहरणभीदें।
उत्तर:कुछलोगोंकोलगताहैकिउनकाधर्मअन्यधर्मोंकीतुलनामेंश्रेयस्करहै।ऐसेलोगदूसरेधर्मकेलोगोंपरअपनावर्चस्वजमानेकीकोशिशकरतेहैं।इससेअल्पसंख्यकसमुदायकेलोगोंमेंअसुरक्षाकीभावनाभरजातीहै।
अक्सरसंप्रदायकेनामपरध्रुवीकरणकीकोशिशकीजातीहै।अल्पसंख्यकसमुदायमेंभयकामाहौलभरनेकेलियेधार्मिकचिह्नों,धर्मगुरुओंऔरभावनात्मकअपीलोंकाइस्तेमालहोताहै।कईबारसांप्रदायिकताइतनाउग्ररूपलेलेतीहैकिसांप्रदायिकदंगेहोजातेहैं।
प्रश्न3。बताइएकिभारतमेंकिसतरहअभीभीजातिगतअसमानताएँजारीहैं।
उत्तर:आजभीभारतमेंजातिकेआधारपरआर्थिकविसंगतियाँदेखनेकोमिलतीहैं।ऊँचीजातिकेलोगअक्सरसंपन्नहोतेहैं,पिछड़ीजातिकेलोगबीचमेंआतेहैंऔरदलितऔरआदिवासीअतिगरीबहोतेहैं।गरीबीरेखाकेनीचेरहनेवालेलोगोंमेंअतिपिछड़ीजातियोंकाअनुपातअत्यधिकहै।
प्रश्न4。दोकारणबताएँकिक्योंसिर्फजातिकेआधारपरभारतमेंचुनावीनतीजेतयनहींहोसकते।
उत्तर:अधिकतरनिर्वाचनक्षेत्रोंमेंउम्मीदवारकाचयनउसक्षेत्रकेजातीयसमीकरणकेआधारपरतयहोताहै।लेकिनइसकाममेंराजनैतिकपार्टियोंकेबीचएकहोड़सीमचजातीहै।इसकेकारणआबादीबहुलवालीजातिकेवोटकईपार्टियोंमेंविभाजितहोजातेहैं।ऐसाकईबारहोताहैकिवर्तमानविधायकयासांसदअनुकूलजातिसमीकरणकेबावजूदचुनावहारजाताहै।इससेयहसाबितहोताहैचुनावीनतीजेकेवलजातिकेआधारपरतयनहींहोते।
प्रश्न5。भारतकीविधायिकायोंमेंमहिलाओंकेप्रतिनिधित्वकीस्थितिक्याहै吗?
उत्तर:संसदऔरविधानसभाओंमेंमहिलाओंकाप्रतिनिधित्वबहुतहीकमहै।महिलाविधायकोंयासांसदोंकीसंख्या10%सेअधिकनहींहै।लेकिनस्थानीयशासकीयनिकायोंमें33%आरक्षणकेकारणमहिलाओंकाप्रतिनिधित्वबढ़ाहै।वर्तमानआँकड़ोंकेअनुसारस्थानीयशासकीयनिकायोंलगभग10लाखमहिलाएँहैं।
प्रश्न6。किन्हींदोप्रावधानोंकाजिक्रकरेंजोभारतकोधर्मनिरपेक्षदेशबनातेहैं।
उत्तर:नीचेदियेगयेप्रावधानभारतकोधर्मनिरपेक्षदेशबनातेहैं:
- भारतकेसंविधानकेअनुसारभारतएकधर्मनिरपेक्षदेशहै।भारतकेसंविधानमेंकिसीभीधर्मकोराजकीयधर्मकादर्जानहींदियागयाहै।
- भारतकेनागरिकोंकोअपनीमर्जीसेकिसीभीधर्मकोमाननेकीछूटहै।धर्म के नाम पर भेदभाव की मनाही है।
प्रश्न7。जबहमलैंगिकविभाजनकीबातकरतेहैंतोहमाराअभिप्रायहोताहै:
- स्त्री और पुरुष के बीच जैविक अंतर
- समाजद्वारास्त्रीऔरपुरुषकोदीगईअसमानभूमिकाएँ
- बालक और बालिकाओं की संख्या का अनुपात
- लोकतांत्रिकव्यवस्थाओंमेंमहिलाओंकोमतदानकाअधिकारनमिलना
उत्तर:(b)समाजद्वारास्त्रीऔरपुरुषकोदीगईअसमानभूमिकाएँ
प्रश्न8。भारत में यहाँ औरतों के लिए आरक्षण की व्यवस्था है:
- लोकसभा
- विधानसभा
- मंत्रीमंडल
- पंचायती राज की संस्थाएँ
उत्तर:(d) पंचायती राज की संस्थाएँ
प्रश्न9。सांप्रदायिकराजनीतिकेअर्थसंबंधीनिम्नलिखितकथनोंपरगौरकरें।सांप्रदायिक राजनीति इस धारणा पर आधारित है कि:
- एक धर्म दूसरों से श्रेष्ठ है।
- विभिन्नधर्मोंकेलोगसमाननागरिककेरूपमेंखुशी——खुशीसाथरहसकतेहैं।
- एक धर्म के अनुयायी एक समुदाय बनाते हैं।
- एकधार्मिकसमूहकाप्रभुत्वबाकीसभीधर्मोंपरकायमकरनेमेंशासनकीशक्तिकाप्रयोगनहींकियाजासकता।
इनमे से कौन से कथन सही या गलत हैं।
उत्तर:A - सही, b - गलत, c - सही, d - गलत
प्रश्न10。भारतीयसंविधानकेबारेमेंइनमेसेकौनसाकथनगलतहै吗?
- यह धर्म के आधार पर भेदभाव की मनाही करता है।
- यह एक धर्म को राजकीय धर्म बताता है।
- सभी लोगों को कोई भी धर्म मानने की आजादी देता है।
- किसीधार्मिकसमुदायमेंसभीनागरिकोंकोबराबरीकाअधिकारदेताहै।
उत्तर:यह एक धर्म को राजकीय धर्म बताता है।
प्रश्न 11. ..................पर आधारित सामाजिक विभाजन सिर्फ भारत में ही है।
उत्तर:जाति
प्रश्न12。सूची 1 और सूची 2 का मेल कराएँ
सूची1 | सूची2 |
---|---|
1.अधिकारोंऔरअवसरोंकेमामलेमेंस्त्रीऔरपुरुषकीबराबरीमाननेवालाव्यक्ति | (一)सांप्रदायिक |
2.धर्म को समुदाय का मुख्य आधार मानने वाला व्यक्ति | (b)नारीवादी |
3.जाति को समुदाय का मुख्य आधार मानने वाला व्यक्ति | (c)धर्मनिरपेक्ष |
4.व्यक्तियोंकेबीचधार्मिकआस्थाकेआधारपरभेदभावनकरनेवालाव्यक्ति | (d)जातिवादी |
उत्तर:1 - b 2 - a 3 - d 4 - c