भारत में राष्ट्रवाद
NCERT不可雅思
प्रश्न 1: व्याख्या करें:
(一)उपनिवेशोंमेंराष्ट्रवादकेउदयकीप्रक्रियाउपनिवेशवादविरोधीआंदोलनसेजुड़ीहुईक्योंथी吗?
उत्तर:उपनिवेशवादविरोधीआंदोलननेलोगोंएकऐसामाध्यमदियाजिससेविविधप्रकारकेलोगएकताकेसूत्रमेंबंधपाये।इसलिएहमकहसकतेहैंकिउपनिवेशोंमेंराष्ट्रवादकेउदयकीप्रक्रियाउपनिवेशवादविरोधीआंदोलनसेजुड़ीहुईथी।
(b)पहलेविश्वयुद्धनेभारतमेंराष्ट्रीयआंदोलनकेविकासमेंकिसप्रकारयोगदानदिया吗?
उत्तर:प्रथमविश्वयुद्धमेंभारतप्रत्यक्षरूपसेशामिलनहींथा,लेकिनइंगलैंडतोसीधेरूपसेउसयुद्धमेंभागलेरहाथा।इसका असर भारत पर पड़ना स्वाभाविक था।युद्धसेहोनेवालेरक्षाखर्चेमेंहुईवृद्धिकोपूराकरनेकेलियेइंगलैंडनेकर्जलियेऔरकईटैक्सबढ़ाये।अधिकराजस्वसंग्रहकेउद्देश्यसेसीमाशुल्ककोबढ़ायागयाऔरआयकरकोशुरुकियागया।इनसबकारणोंसे1913से1918केबीचअधिकतरचीजोंकेदामदोगुनेहोगये।कीमतें बढ़ने से आम आदमी की मुसीबतें बढ़ गई।प्रथमविश्वयुद्धमेंलड़नेकेलिएलोगोंकोसेनामेंजबरनभर्तीकियागया,जिससेग्रामीणइलाकोंमेंबहुतआक्रोशथा।
(c) भारत के लोग रॉलट एक्ट के विरोध में क्यों थे?
उत्तर:यहऐक्टइसलियेबनायागयाथाताकिसरकारकेपासराजनैतिकगतिविधियोंकोकुचलनेकेलिएअसीमशक्तिमिलजाये।रॉलैटऐक्टकेअनुसारराजनैतिककैदियोंकोबिनाट्रायलकेहीदोसालतककेलियेकैदकियाजासकताथा।इसलिए भारत के लोग रॉलट एक्ट के खिलाफ थे।
(d)गांधीजीनेअसहयोगआंदोलनकोवापसलेनेकाफैसलाक्योंलिया吗?
उत्तर:1921年केअंतआतेआते,कईस्थानोंपरआंदोलननियंत्रणसेबाहरहोचुकाथाऔरहिंसकरूपलेनेलगाथा।इसलिएफरवरी1922मेंगाँधीजीनेअसहयोगआंदोलनकोवापसलेनेकानिर्णयलेलिया।
प्रश्न 2: सत्याग्रह के विचार का क्या मतलब है?
उत्तर:महात्मागांधीनेजनांदोलनकेलियेसत्याग्रहनामकानयातरीकाइजादकिया।सत्याग्रहकामतलबहैकिअगरआपसहीमकसदकेलिएलड़ाईलड़रहेहैंतोआपकोअपनेऊपरअत्याचारकरनेवालेसेलड़नेकेलियेताकतकीजरूरतनहींहोतीहै।गांधीजीकादृढ़विश्वासथाकिआपसत्याग्रहकीमददसेअपनीलड़ाईअहिंसाकेद्वाराजीतसकतेहैं।
प्रश्न3:निम्नलिखितपरअखबारकेलिएरिपोर्टलिखें:
(a) जलियाँवाला बाग हत्याकांड
उत्तर:अमृतसर13अप्रैल1919:आजजलियाँवालाबागमेंबड़ाहीदर्दनाकहादसाहोगया।बागमेंबैसाखीकेमेलेमेंआयेहजारोंनिर्दोषलोगोंपरअंग्रेजीजेनरलडायरनेगोलीचलानेकेआदेशदिये।कोईभीबचकरभागनेनपायेइसकेलिएबाहरजानेकेसभीरास्तेबंदकरदियेगयेथे।इसनृशंसगोलीकांडमेंकईलोगमारेगयेऔरउनसेकईगुनाअधिकघायलहोगये।पूरा देश इस दुर्घटना से सकते में गया है।
(b) साइमन कमिशन
उत्तर:1928年लंदन:भारतमेंसंवैधानिकसिस्टमकीकार्यप्रणालीकोसुचारुकरनेकेलिएअंग्रेजीसरकारनेसाइमनकमीशनकागठनकियाहै।ऐसाकहागयाहैकियहकमीशनभारतकेसंवैधानिकप्रणालीकाअध्ययनकरेगाऔरउसमेंबड़ेबदलावलानेकाप्रस्तावरखेगा।लेकिनभारतकेमामलेमेंफैसलालेनेकेलिएबनेइसकमीशनकीसबसेबड़ीविडंबनाहैइसकमीशनमेंएकभीभारतीयकानहोना।इसलिएकांग्रेसऔरअन्यदलनेइसकमिशनकाबहिष्कारकरनेकानिर्णयलियाहै।
प्रश्न4:इसअध्यायमेंदीगईभारतमाताकीछविऔरअध्याय1मेंदीगईजर्मेनियाकीछविकीतुलनाकीजिए।
उत्तर:भारतमाताकीछविऔरजर्मेनियाकीछविमेंजोसमानताहैवहहैमातृभूमिकोएकमहिलाकेरूपमेंदिखाना।दोनोंतस्वीरोंमेंमहिलाकोपारंपरिकपरिधानोंसेसजायागयाहैतथाउनकेहाथोंमेंकुछरूपकदर्शाएगयेहैं।येरूपकस्वतंत्रता,उदारवाद,शांतिऔरऊर्जाकेप्रतीकहैं।
प्रश्न5:1921मेंअसहयोगआंदोलनमेंशामिलहोनेवालेसभीसामाजिकसमूहोंकीसूचीबनाइए।इसकेबादउनमेंसेकिन्हींतीनकोचुनकरउनकीआशाओंऔरसंघर्षोंकेबारेमेंलिखएहुएयहदर्शाइएकिवेआंदोलनमेंशामिलक्योंहुए।
उत्तर:असहयोगआंदोलनमेंकिसान,आदिवासी,बागानमजदूर,छात्र,वकील,सरकारीकर्मचारी,महिलाएँ,आदिशामिलहुईथीं।इनमे से तीन का विवरण नीचे दिया गया है:
किसान:तालुकदारऔरजमींदारअधिकमालगुजारीकीमांगीकररहेथे।किसानों से बेगारी करवाई जा रही थी।इन सबके विरोध में किसान उठ खडे हुए थे।किसानोंचाहतेथेकिमालगुजारीकमहो,बेगारसमाप्तहोऔरकठोरजमींदारोंकासामाजिकबहिष्कारहो।
आदिवासी:महात्मागाँधीकेस्वराजकाआदिवासीकिसानोंनेअपनेहीढ़ंगसेमतलबनिकालाथा।जंगल से संबंधित नये कानून बने थे।येकानूनआदिवासीकिसानोंकोजंगलमेंपशुचराने,तथावहाँसेफलऔरलकड़ियाँलेनेसेरोकरहेथे।इसप्रकारजंगलकेनयेकानूनकिसानोंकीआजीविकाकेलियेखतराबनचुकेथे।आदिवासीकिसानोंकोसड़कनिर्माणमेंबेगारकरनेकेलियेबाध्यकियाजाताथा।आदिवासीक्षेत्रोंमेंकईविद्रोहीहिंसकभीहोगये।कईबारअंग्रेजीअफसरोंकेखिलाफगुरिल्लायुद्धभीहुए।
बागानमजदूर:चायबागानोंमेंकामकरनेवालेमजदूरोंकीस्थितिखराबथी।इंडियनएमिग्रेशनऐक्ट1859केअनुसार,बागानमजदूरोंकोबिनाअनुमतिकेबागानछोड़करजानामनाथा।असहयोगआंदोलनसेप्रभावितहोकरकईमजदूरोंनेअधिकारियोंकीबातमाननेसेइंकारकरदिया।वे बागानों को छोड़कर अपने घरों की तरफ चल पड़े।लेकिनरेलवेऔरस्टीमरकीहड़तालकेकारणवेबीचमेंहीफंसगए,जिससेउन्हेंकईमुसीबतेंझेलनीपड़ीं।पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया और बुरी तरह पीटा।
प्रश्न6:नमकयात्राकीचर्चाकरतेहुएस्पष्टकरेंकियहउपनिवेशवादकेखिलाफप्रतिरोधकाएकअसरदारप्रतीकथा।
उत्तर:नमकयात्रा:12मार्च1930कोगांधीजीदांडीमार्चयानमकआंदोलनशुरुकिया।उनके साथ 78 विश्वस्त अनुयायी शामिल थे।महात्मागांधीऔरउनकेअनुयायी24दिनोंतकपैदलचलेऔरसाबरमतीसेदांडीतककी240मीलकीदूरीतयकी।रास्ते में कई अन्य लोग उनके साथ हो लिए।1930年6अप्रैलकोगाँधीजीनेमुट्ठीभरनमकउठाकरप्रतीकात्मकरूपसेइसकानूनकोतोड़ा।
नमकएकशक्तिशालीप्रतीकथाजिसेहरव्यक्तिसेजोड़ाजासकताथा।नमककाइस्तेमालहरतबकेकाआदमीसमानरूपसेकरताहै।ऐसानहींहैकिअमीरआदमीअधिकनमकखायेगाऔरगरीबकमनमकखायेगा।किसीउद्योगपतियाव्यवसायीकेलिएयहउम्मीदजगतीथीकिकईअन्यकरसमाप्तहोसकतेथेजिनसेव्यवसायप्रभावितहोरहाथा।किसीआमआदमीकेलिएनमककरसमाप्तहोनेसेनमककीकीमतमेंगिरावटकीउम्मीदजगतीथी।
प्रश्न7:कल्पनाकीजिएकिआपसिविलनाफरमानीआंदोलनमेंहिस्सालेनेवालीमहिलाहैं।बताइएकिइसअनुभवकाआपकेजीवनमेंक्याअर्थहोता।
उत्तर:पारंपरिकतौरपरएकमहिलाकीभूमिकाघरचलानेकीमानीजातीहै।लेकिनअसहयोगआंदोलनमेंभागलेकरमैंराष्ट्रनिर्माणमेंभागीदारीकरसकूंगी।यह मेरे लिए किसी प्रोत्साहन से कम नहीं होगा।मेरीड्यूटीथीलाठीचार्जमेंघायलव्यक्तियोंकीसेवाकरना।ऐसा करने से मेरा हृदय उल्लास से भर गया।ऐसालगरहाथाकिअपनेकामकेजरियेमैंगांधीजीकेबड़ेलक्ष्यमेंअपनायोगदानकररहीथी।
प्रश्न8:राजनीतिकनेतापृथकनिर्वाचिकाकेसवालपरक्योंबँटेहुएथे吗?
उत्तर:मुस्लिमलीगकेनेतामानतेथेकिमुसलमानोंकाभविष्यहिंदूबहुलदेशमेंसुरक्षितरखनेकेलिएपृथकनिर्वाचिकाकीजरूरतथी।वहअपनेसमुदायकेलोगोंकेलिएबेहतरराजनैतिकशक्तिकीइच्छारखतेथे।भारतमेंदलितोंकेउत्पीड़नकालंबाइतिहासरहाहै।इसलिएदलितोंकेनेताओंकोआशंकाथीकीसवर्णोंकेहाथमेंसत्ताआनेसेदलितोंकीस्थितिऔरभीखराबहोगी।इसलिएवेदलितोंकेलिएपृथकनिर्वाचिकाकीमांगकररहेथे।लेकिनगांधीजीकामाननाथाकिपृथकनिर्वाचिकामुसलमानोंऔरदलितोंकोमुख्यधारासेदूरलेजायेगी।इसलिएराजनीतिकनेतापृथकनिर्वाचिकाकेसवालपरबँटेहुएथे।